बरेली, फरवरी 14 -- मिर्च की खेती करने वाले किसानों की कम रेट एवं रोगों ने कमर तोड़ दी। दिन रात हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद फसल से बस लागत ही लौटी है। मुनाफा ने होने से किसानों के सपने रेत के महल की तरह बिखर गए। दर्जनों किसानों ने फसल को ट्रैक्टर से जोत दिया। क्षेत्र के गांव समसपुर, कपूरपुर, तातारपुर, खुदागंज, मदनापुर, विलायतगंज, सिमरिया, धंतिया, काशीनाथपुर, असदनगर, सिरौधी अंगदपुर, बहरोली, हुरहुरी, धनेटा, चनेटा, सिंधौली, सहसा आदि गांवों में किसान बड़े पैमाने पर मिर्च की खेती करते हैं। किसान हरी मिर्चे तोड़ कर बोरियों में भर कर स्थानीय बाजारों, बरेली, रूद्रपुर, हल्द्वानी एवं दिल्ली की मंडियों में ले जाकर बेचते हैं। समसपुर में लगभग 900 बीघा एवं कपूरपुर में 800 बीघा में, मदनापुर में एक हजार बीघा में मिर्च की खेती किसानों ने की है। समसपुर के कु...
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