शामली, मार्च 10 -- माहे रमजान के 9वे दिन मुस्लिमों ने रोजा रखा और खुदा की इबादत की। रमजान के चलते अकीदतमंदों से मस्जिदे गुलजार रही और महिलाओं, बच्चों ने घर पर रहकर इबादत की। जहां उन्होने मुल्क में अमन चैन कायम रखने और भाईचारा बनाये रखने की खुदा से हुआ मांगी। फातिमा मस्जिद के ईमाम मुफ्ति अदनान ने हज़रत शुऐब अलैहिस्सलाम का वाकिया बयान किया।कहा कि उनकी उम्मत के लोग माल की मोहब्बत में अंधे होकर ह़राम और ह़लाल की तमीज़ भुला चुके थे। अल्लाह के नबी ने जब उन्हें पूरा तोलने और पूरा नापने का हुक्म दिया तो उन्होंने एक-दूसरे को मुख़ातिब होकर कहा अगर तुमने नबी की बातों को माना तो घाटे में पड़ जाओगे। अल्लाह तआ़ला इरशाद फ़रमाते हैं कि हक़ीक़ी नुक़सान और घाटा तो नबी को झूठलाने वालों के लिए था। कम तोलने और कम नांपने वाले लोगों को आखिरत के दिन उसका जवाब देना होगा...