गुड़गांव, अप्रैल 22 -- गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। जमीन की उपलब्धता एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में सौर ऊर्जा को लेकर ऐसी तकनीक पर काम किया जाए, जिससे कम जगह पर अधिक एनर्जी का उत्पादन हो सके। ये बात नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कही। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री ने ग्वाल पहाड़ी स्थित राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) में पीवी मॉड्यूल परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह नई प्रयोगशाला सौर अनुसंधान एवं विकास, परीक्षण, प्रशिक्षण और नीति समर्थन में वैश्विक मानक स्थापित करेगी। यह आत्मनिर्भरता, नवाचार और वैश्विक उत्कृष्टता की दिशा में एक साहसिक कदम है। जोशी ने कहा कि अब एनआईएसई अत्याधुनिक परीक्षण, अंशांकन और प्रमाणीकरण सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है। उन्होंने इस प्रयोगशाला को देश के लिए एक अग्रणी स...