लखनऊ, जून 23 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता शिक्षक संगठन यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने कम छात्र संख्या के आधार पर मर्ज करने की आड़ में सरकारी स्कूलों बंद करने के कथित निर्णय को सुलभ शिक्षा की अवधारणा के विपरीत बताया है। संगठन ने इस आदेश का कड़ा विरोध करने की घोषणा की है। इस संबंध में यूटा के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राठौर की अध्यक्षता में संगठन की प्रांतीय कार्यसमिति की हुई ऑनलाइन बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि गांव से स्कूल छीनने का अर्थ है-गांव की आत्मा छीन लेना। समूचे गांव में स्कूल ही एक ऐसा स्थान होता है जो जीवंत विश्वास, भरोसे व अनुशासन का सजीव केंद्र होता है। संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने बुनियादी शिक्षा को बचाने एवं मर्जर के निर्णय पर पुनर्विचार करने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया। आंदोलन के प्रथम चरण में ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.