नई दिल्ली, दिसम्बर 20 -- आजकल कम उम्र में बालों का सफेद होना, रूखापन और कमजोर जड़ें सबसे आम हेयर प्रॉब्लम्स में से एक बन चुका है। तनाव, पोषण की कमी, हार्मोनल बदलाव और लाइफस्टाइल की गलत आदतें बालों में मौजूद मेलानिन को कमजोर कर देती हैं। ऐसे में सिर्फ केमिकल हेयर प्रोडक्ट्स पर निर्भर रहना बालों को लंबे समय तक फायदा नहीं पहुंचा पाता। यहीं आयुर्वेद और नेचुरल हेयर केयर की अहमियत समझ में आती है। न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह के अनुसार, बालों की सही देखभाल सिर्फ बाहर से नहीं बल्कि अंदरूनी पोषण से भी जुड़ी होती है। श्वेता शाह एक प्राचीन और स्लो-इन्फ्यूज्ड हेयर ऑयल की सलाह देती हैं, जो बालों को नेचुरली डार्क करने और उनकी सेहत सुधारने में मदद करता है। इस तेल में कलौंजी तेल, आंवला और करी पत्ते का उपयोग किया जाता है। कलौंजी तेल स्कैल्प को पोषण देता है औ...