नई दिल्ली, मई 29 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। डिजिटल युग में कम्प्यूटर-मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल के बीच ड्राई आई डिजीज की समस्या तेजी से बढ़ी है। एम्स के ताजा अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। शोध में यह भी पता चला कि धूम्रपान और कॉन्टेक्ट लेंस भी आखों की नमी छीन रहे हैं। अध्ययन में मुताबिक, उत्तर भारत का हर तीसरा व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है। शोधकर्ताओं ने इस समस्या को लेकर लोगों को आगाह करते हुए इसके इलाज की एक नई तकनीक भी विकसित की है। एम्स के डॉक्टर नमृता शर्मा और सुजाता शर्मा ने ड्राई आई डिजीज पर अध्ययन कर इसके इलाज की नई तकनीक विकसित की है। एम्स की प्रोफेसर डॉ. सुजाता ने कहा कि सामान्य आंखों में समय-समय पर आंसू आते रहते हैं। इस कारण आंखों में नमी बनी रहती है। इससे कॉर्निया ठीक रखता है। आंसू कॉर्निया की सतह को उचित नमी देने के साथ सु...
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