बगहा, फरवरी 20 -- ई-रिक्शा व ऑटो चालकों की कमाई का 30 फीसदी हिस्सा टैक्स व अवैध वसूली के रूप में वसूल लिया जा रहा है। नगर निगम से लेकर रेलवे स्टेशन पर उनका शोषण हो रहा है। रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर छोड़ने जाने पर भी 20 रुपये सुविधा शुल्क चालकों को देना पड़ता है। एक बार सुबह में और दूसरी बार शाम में सुविधा शुल्क की जबरन वसूली की जाती है। जबकि रेलवे का ठेका केवल पार्किंग का है। स्टेशन परिसर में घुसने से पहले ही उनसे राशि वसूल ली जाती है। आनाकानी करने पर इनके साथ मारपीट भी की जाती है। नगर निगम का टैक्स भी 160 रुपए तीन जगहों पर ई रिक्शा व ऑटो चालकों को देना पड़ता है। ई रिक्शा-ऑटो चालक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, मोहम्मद यूसुफ, आजाद खान, बिट्टू कुमार ने बताया कि नगर निगम, रेलवे और बेतिया राज प्रबंधन के संवेदकों के शोषण के शिकार हो रहे हैं। नगर ...