बिहारशरीफ, मार्च 19 -- कभी जूझती थीं आर्थिक तंगी से, अब दूसरों को आत्मनिर्भर बना रहीं अंकिता फोटो : अंकिता - अंकिता भारती। मौन क्रांति की मिसाल 02 बिहारशरीफ, हमारे संवाददाता। बेन प्रखंड की बारा पंचायत के करजारा गांव की अंकिता भारती का जीवन कभी आर्थिक तंगी और कठिनाइयों से भरा था। उनके पति निश्चल प्रसाद पट्टे पर खेती करते थे। लेकिन, कम आमदनी के कारण परिवार का भरण-पोषण ठीक से नहीं हो पा रहा था। घर चलाना तो दूर, बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। ऐसी स्थिति में अंकिता के पास कोई विकल्प नहीं था। वे खुद भी एक गृहिणी थीं और घर से बाहर निकलने में हिचकिचाती थीं। इसी दौरान उन्हें जीविका परियोजना के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने इस बारे में लोगों से और जानकारी ली और 2013 में सावित्री जीविका महिला समूह से जुड़ने का फैसला किया। शुरू में उन्हें स...