नई दिल्ली, अक्टूबर 1 -- जयदीप अहलावत हरियाणा के एक छोटे से गांव से हैं। उन्होंने गांव की जिंदगी भरपूर जी और अब मुंबई की चकाचौंध भरी दुनिया में रह रहे हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि दोनों तरह की जिंदगी में कितना बड़ा फर्क जिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इंसान की जरूरतें कभी पूरी नहीं होतीं। वह अपने सपनों का घर खरीदने के तुरंत बाद ही बड़ा घर लेने के बारे में सोचने लगे थे।गाय की पूंछ पकड़कर तीरना सीखा MensXP से बातचीत में जयदीप अहलावत ने अपने गांव की जिंदगी से मुंबई के ग्लैमर तक का सफर याद किया। उन्होंने बताया कि गांव में गाय का गोबर उठाते थे। बोले, मैंने गाय की पूंछ पकड़कर तैरना सीखा है। जयदीप अहलावत ने बताया कि उनकी गांववाली जिंदगी काफी मजेदार रही। ये सब बताने का यह मतलब नहीं कि वह इसे अपने दुर्भाग्य की तरह दिखाना चाहते हैं।नहीं थे ...