प्रिय रंजन शर्मा, सितम्बर 24 -- पटना जिले में यूं तो 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, लेकिन इनमें सबसे दिलचस्प चुनावी नजारा मोकामा में देखने को मिलता है। दाल का कटोरा कहे जाने वाले इस टाल क्षेत्र में कभी खूब बंदूकें गरजती थीं। बाहुबली ही यहां के सरकार थे और उन्हीं का हुक्म चलता था। समय के साथ सिस्टम बदला और मोकामा भी विकास की राह पर दौड़ पड़ा। पिछले छह चुनावों से छोटे सरकार यानी अनंत सिंह लगातार मोकामा की सियासत पर छाए हुए हैं। खुद विधायक बने। फिर पत्नी को पहुंचाया। एके-47 और हैंड ग्रेनेड रखने के आरोपों में जेल में रहने के बाद कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है। एक बार फिर अनंत सिंह ने चुनावी मैदान में खुद उतरने का संकेत दिया है। मोकामा सीट का सबसे अधिक बार प्रतिनिधित्व करने में कांग्रेस सबसे आगे है। पार्टी ने 1952, 57, 69, 72, 77, 80 और 85 में यहां ...