नागपुर, नवम्बर 24 -- कल तक माओवाद की दुनिया में कुख्यात सम्मी की आंखें आंसुओं से भरी हुई हैं। यह खुशी के आंसू हैं। सम्मी को वह हासिल हुआ है, जिसकी कल्पना उसने इस जिंदगी में नहीं की थी। असल में सम्मी को बेटा पैदा हुआ है। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली स्थित जिला महिला अस्पताल में सम्मी अपने बेटे को गोद में लिए बैठी हुई है। 10 महीने पहले तक वह हाथों में बंदूक लिए घायल नक्सलियों को दवाएं उपलब्ध कराती थी। अब उसके हाथों में उसका सपना है। सम्मी अबूझमाड़ के माओवादी हेडक्वॉर्टर में कामरेड बंदी रही है। सम्मी और उसके पति अर्जुन ने इसी साल एक जनवरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने सरेंडर किया था। क्यों मुश्किल था संतान पैदा करनासम्मी जहां ट्रेंड एरिया कमेटी मेंबर थी, वहीं गुरिल्ला मेडिकल टीम की सदस्य भी थी। सम्मी का पति अर्जुन पूर्व पी...