संतकबीरनगर, अप्रैल 21 -- धर्मसिंहवा, हिन्दुस्तान संवाद। कभी इस घाट पर उतरे थे महात्मा बुद्ध,आज के राप्ती नदी का नाम कभी अचरावती नदी था। राजकुमार सिद्धार्थ सब राजपाट छोड़कर ज्ञान के लिए निकले थे तो इसी अचरावती नदी के घाट पर उतर कर पार किए थे। धर्मसिंहवा में भगवान बुद्ध के पहले से भी अवशेष मिले हैं। उक्त बातें रविवार को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर प्राचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग ने धर्मसिंहवा में स्थित बौद्धस्तूप का जायजा लेते हुए कही। वे यहां पर जानकारी इकट्ठा करने पहुंचे थे। डाक्टर शरदेन्दु त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक अध्ययन और धर्मसिंहवा में मिले अवशेषों के अध्ययन करने में यही पता चला है कि राजकुमार सिद्धार्थ के भगवान बुद्ध बनने के बाद के अवशेष बहुत हैं, लेकिन राजकुमार सिद्धार्थ के बारे में जानकारी बहुत कम है...