नई दिल्ली, सितम्बर 10 -- Pitru Paksha Amavasya 2025, Sarva pitru Amavasya: पितृ पक्ष की अमावस्या को सर्व पितृ अमावस्या और महालया के नाम से जाना जाता है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध जैसे कर्म किये जाते हैं। पितृ पक्ष का आखिरी दिन सर्व पितृ अमावस्या कहलाता है। मान्यता है की इस दौरान पितर धरती पर आते हैं और अपने वंशजों से तर्पण की अपेक्षा रखते हैं। सर्व पितृ अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना और जरूरतमंदों को दान देना विशेष फलदायी माना जाता है। पितृ पक्ष में विधिवत श्राद्ध कर्म करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और पितरों की कृपा जीवन में सुख-शांति लाती है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष की सर्व पितृ अमावस्या कब है-कब है सर्वपितृ अमावस्या, जानें डेट, मुहूर्त अमावस्या तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 21, 2025 क...