नई दिल्ली, मार्च 20 -- चैत्र मास की अष्टमी तिथि को बसौड़ा पूजा की जाती है। कई जगह इसे शीतला सप्तमी, अष्टमी और बसिऔरा भी कहते हैं। इस साल सप्तमी तिथि की पूजा 21 मार्च को और अष्टमी तिथि की पूजा 22 मार्च को होगी। 30 मार्च को वासंतिक नवरात्रि शुरू होंगे और घर-घर में कलश स्थापना होगी। कब बनेगा और कब होगी शीतला सप्तमी और अष्टमी की पूजाजिन लोगों के अष्टमी पूजी जाती है, वहां महाअष्टमी के एक दिन पहले सप्तमी तिथि यानी 21 मार्च की रात को पकवान, पुआ, खीर-पुड़ी, कढ़ी-चावल, भीगी चने की दाल आदि भोग की साम्रगी बनाई जाएगी। इसके बाद अगले दिन 22 मार्च को बासी भोजन महाअष्टमी के दिन माता शीतला को भोग लगाकर प्रसाद के रूप में लोगों के द्वारा ग्रहण किया जाएगा। जिन लोगों के सप्तमी की पूजा की जाती है, उन लोगों के यहां 20 मार्च को पकवान बनेंगे और 21 मार्च को सुबह बास...