वाराणसी, जून 13 -- चौबेपुर (वाराणसी), संवाद। उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम पर गुरुवार को सद्गुरु कबीर प्राकट्य महोत्सव का समापन आध्यात्मिक उत्सव के रूप में हुआ। विज्ञान देव महाराज ने कहा कि यह अवसर केवल धार्मिक आयोजन का नहीं, बल्कि आत्मजागृति, मानवीय एकता और विचार-क्रांति का प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि दीप वहां जलाएं, जहां अभी अंधेरा है। जब तक हम अपने भीतर के अंधकार को नहीं समझते, तब तक बाहर का प्रकाश भी अधूरा है। कबीर साहेब की वाणी हमें बाहर नहीं, भीतर झांकने का दृष्टिकोण देती है। आचार्य स्वतंत्र देव महाराज ने विवेक, धैर्य, क्षमा एवं शांति को मानव का आभूषण बताते हुए उसको व्यावहारिक जीवन में प्रयोग करने का संदेश दिया। इस दौरान पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के अलावा कई प्रांतों अनुयायी हजारों की संख्या में जुटे थे। दो दिनी आयोजन के ...