संतकबीरनगर, दिसम्बर 6 -- संतकबीरननगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में कबीर की धरती पर एक ऐसा अस्पताल है, जहां एक साथ पांच पद्धतियों से इलाज होता है। मंझरिया गंगा गांव में संचालित 50 बेड का एकीकृत आयुष चिकित्सालय जिले ही नहीं, पूर्वांचल और बिहार के मरीजों के लिए राहत का केंद्र बनता जा रहा है। आयुष यानि आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धतियों के समन्वित उपचार से यहां असाध्य रोगों से पीड़ित मरीजों को राहत मिल रही है। संतकबीरनगर जिला मुख्यालय से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित इस अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 200-300 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। अस्पताल में 34 सदस्यीय टीम मरीजों को रोग की प्रकृति के अनुसार संयुक्त या अलग-अलग पद्धति से उपचार करती है। दरअसल, दिसंबर 2022 में केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अ...