देहरादून, दिसम्बर 12 -- तीन साल की बच्ची को एक डॉक्टर ने ऐसे सिरप का परामर्श दे दिया, जो चार साल से ऊपर के बच्चों को दिया जाता है। बच्ची को इसकी ओवरडोज 40 से 50 एमएल दे दी गई। इससे बच्ची की हालत बिगड़ गई और वह कोमा में चली गई। तीन दिन श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल एवं नौ दिन दून अस्पताल के पीकू वार्ड में भर्ती रहने के बाद बच्ची को नई जिंदगी मिली। दून अस्पताल में चार दिन बच्ची को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। यह खबर उन परिजनों को भी अलर्ट करती है, जो खुद ही बच्चों को दवाई देते हैं या इंटरनेट एवं झोलाछाप के माध्यम से इलाज कराते हैं। दून अस्पताल के एमएस डॉ. आरएस बिष्ट ने बताया कि 29 नवंबर को भगवानपुर में तीन साल की बच्ची गर्विका को खांसी, बुखार, जुकाम के चलते परिजनों ने एक स्थानीय डॉक्टर को दिखाया। बच्ची को डेक्सामिथार्पन सिरप का परामर्श दिया और बच्च...