मुजफ्फरपुर, जून 1 -- मुजफ्फरपुर। सिकंदपुर धोबी घाट पर कपड़े की धुलाई कर आजीविका चलाने वाले करीब पांच सौ परिवार के समक्ष अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। बढ़ती महंगाई के अनुसार मेहनताना नहीं मिलने और काम करने की जगह ठीक नहीं होने से उन्हें रोज मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिलने का मलाल है तो प्रशासन की अनदेखी भी उनकी पीड़ा बढ़ा रही है। शहर में कभी आठ धोबी घाट हुआ करता था। आज एक मात्र सिकंदरपुर धोबी घाट है। यहां कल्याणी, सरैयागंज, योगिया मठ, करबला, ब्रह्मपुरा के भी धोबी समाज के लोग पहुंचते हैं। इस हिसाब से यहां ढंग का ना एक घाट है और ना कपड़े सुखाने की जगह बची है। शहर में कभी आठ धोबी घाट हुआ करते थे पर आज एक मात्र सिकंदरपुर धोबी घाट है। इस घाट को भी सौंदर्यीकरण के नाम पर तहस-नहस कर दिया गया...