बागपत, अप्रैल 19 -- शासन की बहुप्रचारित कन्या सामूहिक विवाह योजना में इस बार ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक लापरवाही भारी पड़ी। न केवल निर्धन परिवारों की बेटियां योजना के लाभ से वंचित रह गईं, बल्कि 37 लाख से अधिक की धनराशि भी बिना उपयोग के शासन को वापस लौटानी पड़ी। इस गंभीर चूक पर डीएम अस्मिता लाल ने कड़ा रुख अपनाते हुए तीन खंड विकास अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जिले को 600 कन्याओं के सामूहिक विवाह का लक्ष्य मिला था। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा करीब 3.06 करोड़ रुपये का बजट भी जारी किया गया। योजना का उद्देश्य निर्धन और वंचित वर्ग की बेटियों का सम्मानपूर्वक विवाह कराना था। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते सिर्फ 527 जोड़ों की ही शादियां हो सकीं। बाकी 73 जोड़े योजना से वंचित रह गए, जिससे 37 लाख 23 हजा...