नई दिल्ली, सितम्बर 30 -- नवरात्रि के अष्टमी और नवमी के दिन मां दुर्गा को भोग लगाने से लेकर कन्या पूजन के प्रसाद तक के लिए, काले चने, हलवा और पूड़ी बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है। मां दुर्गा के भक्त अष्टमी और नवमी के दिन छोटी-छोटी कन्याओं को घर बुलाकर हलवे-काले चने का प्रसाद खिलाते हैं। नवरात्रि के प्रसाद में काले चने और हलवे का प्रसाद बनाया जाता है, ये बात तो आप बचपन से सुनते और देखते आएं हैं। लेकिन क्या आप इसके पीछे की वजह भी जानते हैं। अगर आपको लगता है कि इसके पीछे सिर्फ कोई धार्मिक कारण होगा तो आप गलत हैं। जी हां, नवरात्रि के इस प्रसाद का संबंध आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों हैं। आइए जानते हैं कैसे।हलवा-काले चने के प्रसाद के पीछे आध्यात्मिक कारण चना, पूड़ी और हलवा को प्रसाद के रूप में तैयार करके सबसे पहले मां को अर्पित किया जाता है। इ...
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