हरिद्वार, सितम्बर 28 -- कनखल के कृष्णानगर में रामलीला के दसवें दिन पंचवटी, शूर्पणखा की नाक कटना, सीता हरण का मंचन हुआ। इस दौरान दिखाए गए दृश्यों का दर्शकों ने जम कर आनंद लिया। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामलीला का मंचन देखने के लिए दर्शकों में भारी उत्साह देखने को मिला। सीताहरण के दृश्य के सफल मंचन ने दर्शकों की जमकर ताली बटोरी। वन में रहते हुए राम, लक्ष्मण, सीता को तेरह वर्ष बीत जाते हैं। आखिरी वर्ष पंचवटी में बिता रहे थे तभी वहां पर रावण की बहन शूर्पणखा पहुंचती है और लक्ष्मण के आगे शादी का प्रस्ताव रखती है, जिसे लक्ष्मण स्वीकार नहीं करते और राम के पास भेज देते हैं। इस दौरान लक्ष्मण शूर्पणखा की नाक काट देते हैं। शूर्पणखा रोते हुए रावण के दरबार पहुंचती है और सारी कहानी बताती है। रावण मामा मारीच से मदद मांगता है। मारीच स्वर्ण मृग बनकर पंचवट...