किशनगंज, दिसम्बर 18 -- टेढ़ागाछ। एक संवाददाता प्रस्तुति : शिवम पाठक किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मटियारी पंचायत के वार्ड संख्या 2 एवं 5 डुमरिया गांव के बाढ़ पीड़ित आज भी अपने टूटे सपनों और अंधेरे भविष्य के साथ जीने को विवश हैं। वर्ष 2017 की भीषण बाढ़ और कनकई नदी के विकराल कटाव ने इस गांव को लगभग मिटा ही दिया था। नदी के पूर्वी तट पर बसे बैसाटोली और आसपास के अधिकांश घर कुछ ही घंटों में नदी की धारा में समा गए। ग्रामीणों के सामने सिर्फ खामोशी, तबाही और बेबसी रह गई। सात लंबे साल बीत जाने के बाद भी इन परिवारों का स्थायी पुनर्वास एक अधूरी उम्मीद बनकर रह गया है। प्राकृतिक आपदा की उस भयावह रात को याद करते हुए स्थानीय पीड़ित आज भी सिहर उठते हैं। कटाव इतनी तेजी से हुआ कि लोग घर से सिर्फ अपनी जान बचाकर निकल सके। घर, जमीन, फसल, मवेशी-सब न...