संतकबीरनगर, अक्टूबर 23 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में दीपावली के पर्व पर महगर में लगने वाला ऐतिहासिक भेला का मेला जिम्मेदारों की उदासीनता की भेंट चढ़ गया। आस्था व मरीजों को शिफा देने वाले मेले की कद्र नहीं की गई और मेले की रौनक समय की मार से अब गायब हो गई। वर्तमान में भी यह मेला लग रहा है और इसे भेला पीने वाले ही जिंदा रखे हुए है। पर वह बात नहीं रह गई जो मेले में पहले होती थी। जहां नब्बे के दशक में परिसर दुकानदारों से भरा रहता था वहीं मेले को महत्व न देने के कारण आज हालात यह है कि यह ऐतिहासिक मेला अंतिम सांसें गिन रहा है। इस मेले को लेकर लोग गम्भीर हों तो यह दोबारा अपने गौरवशाली स्वरूप में आ सकता है और इसकी खोई रौनक दोबारा लौट सकती है। दीपावली पर लगता था अंजान शहीद बाबा की मजार पर मेला नगर पंचायत मगहर के मोहल्ला अंजान...