अलीगढ़, नवम्बर 3 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा कला संकाय के सभागार में 'समकालीन हिंदी उपन्यासरू समय, समाज और संस्कृति का प्रतिरोधी स्वर' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र में संगाष्ठी के संयोजकीय वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए प्रो. शंभुनाथ तिवारी ने कहा कि सारे विमर्श समय की समस्याएं हमारे समक्ष लेकर आते है। उन्होंने कहा कि समकालीनता को समझाने के लिए अतीत भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है जितना कि वर्तमान। संगोष्ठी निदेशक एवं हिंदी विभाग की अध्यक्ष प्रो. तसनीम सुहेल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय की महत्ता पर अपने विचार रखे। अपने विचार व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने समकालीन उपन्यास के संदर्भ में कहा कि यह एक बगावत नहीं ब...