सहारनपुर, अगस्त 9 -- डंघेडा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बाल व्यास दिव्या किशोरी ने कहा कि अपने बच्चों को संस्कृति, धर्म व संस्कार के बारे में अवश्य बताएं। जब तक बच्चों को संस्कृति, धर्म व संस्कार के बारे में ज्ञान नहीं होगा तो इस मार्ग पर कैसे चलेंगे। कथा में श्रद्धालुओं पर अमृत वर्षा करते हुए बाल व्यास दिव्या किशोरी ने कहा कि जिस ज्ञान से हमारे बच्चे अहंकारी होते हैं, उस ज्ञान का कोई लाभ नहीं। असली ज्ञान वही है जिससे हमारे बच्चे विन्रम बनें। श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य दिव्या किशोरी ने वामन अवतार, राम अवतार व कृष्ण अवतार के प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। कथा के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनुज कुमार, जल सिंह, वेदराम, मुकेश, पप्पन, राकेश, विजय कुमार, अंकुर विशाल, ईलम चंद, विनोद कुमार, सुरेंद्र, चीकू, प्रवीण, अंकु...