बहराइच। प्रदीप तिवारी, अक्टूबर 1 -- उत्तर प्रदेश में दुधवा टाइगर रिजर्व का हिस्सा कतर्नियाघाट वन्यजीव सेंचुरी अब सिर्फ बाघ, हाथी और गैंडा के लिए ही नहीं, बल्कि दुर्लभ शिकारी पक्षियों का भी महत्वपूर्ण केंद्र बनती जा रही है। मानसूनी बारिश के बाद इन दिनों सेंचुरी में बाज की तीन दुर्लभ प्रजातियां हवा में शिकार करते हुए देखी जा रही हैं, जो वन्यजीव विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई हैं। शक्तिशाली बाज कर रहे हिरण और बंदर के बच्चों का शिकार वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, कतर्नियाघाट में वर्तमान में राजा शहबाज़, सिलेटी सिरबाज़ और सांपमार गरुड़ बाज की प्रजातियां अपना कुनबा बढ़ा रही हैं। राजा शहबाज़: यह सबसे शक्तिशाली बाज है, जिसके पंखों का फैलाव करीब एक मीटर तक होता है। वन्यजीव विशेषज्ञ भगवानदास बताते हैं कि इसकी पंजे की पकड़ इत...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.