हाजीपुर, दिसम्बर 22 -- चार पर लीड... एक दर्जन से अधिक पंचायतों में करीब 10 हजार एकड़ कृषि उपजाऊ करने वाली भूमि कटकर गंगा नदी में समाहित हो चुका है। नदी के कटाव से करीब 2000 परिवार इलाका छोड़कर चले गए बाहर राघोपुर,संवाद सूत्र। गंगा नदी कई सभ्यताओं का प्रतीक रह चुका है और आने वाले समय में भी गंगा नदी कई सभ्यताओं को और देखेगा। लेकिन गंगा नदी जब विकराल रूप धारण करती है तब कई गांवों को तहस-नहस कर अपने रास्ते चल पड़ती है। यह स्थिति वैशाली जिले के राघोपुर की है। राघोपुर से गंगा नदी से घिरा हुआ है। बाढ़ के समय राघोपुर में चारों ओर पानी ही पानी दिखता है। बाढ़ के बाद जब पानी नीचे उतरता ही है तब गांव को लोग पुन: अपने घर और खेती करने के लिए उतरते हैं। इस दौरान गांव में बने घर में करीब दो-तीन महीने तक पानी में जस का तस बना रहता हैं। पानी उतरने के बाद ...