बांका, अप्रैल 8 -- कटोरिया (बांका), निज प्रतिनिधि। जिले के कटोरिया और चांदन प्रखंड में प्रकृति ने अपनी पूरी कृपा बरसाई है। लेकिन इन नयनाभिराम स्थलों को प्रशासनिक उपेक्षा और अव्यवस्था ने अब तक गुमनामी के अंधेरे में रखा है। इन स्थलों में अपार पर्यटन संभावनाएं छिपी हैं। यह स्थल, जो अपने अद्वितीय सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के कारण एक दिन पर्यटकों का स्वर्ग बन सकते थे, आज भी विकास और संरक्षण के अभाव में अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कटोरिया बाजार से महज 10 किमी दूर चांदन प्रखंड के आनंदपुर ओपी क्षेत्र में मिनी शिमला के नाम से प्रसिद्ध झझवा झरना, प्रकृति का अद्भुत उपहार है। यहां की शांतिपूर्ण वादियां, पहाड़ के तराई में झरने की कल-कल-छल-छल करती जलधारा और बहती नदी के किनारे सजी हरी-भरी हरियाली किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकती है। नववर्ष और...