चतरा, जून 28 -- टंडवा निज प्रतिनिधि सरकार के विभागों पर ठेकेदारों के मनमाना सिर चढ़ कर बोल रहा है। जिस योजना में सौ करोड़ की राशि खर्च हो जाय उससे एक बूंद लोगों को पानी नहीं मिले यह प्रशासनिक विफलता नहीं तो और क्या है? ऐसा हीं एक मामला टंडवा का है जहां 233 करोड़ की जल नल योजना से टंडवा प्रखंड के एक भी घर में एक बूंद पानी नहीं मिलने से सवालों के भंवर में झारखंड सरकार और प्रशासन है। जबकि इस योजना की शुरूआत हुए लगभग सात साल का लम्बा वक्त गुजरने को है। पीएम नरेन्द्र मोदी की स्वच्छ जल हर घरों तक पहुंचे इसके लिये साल 2018 के नवंबर माह में इस महत्वाकांक्षी योजना को टंडवा में उतारी गयी थी। इस योजना को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को तत्कालीन डीसी ने दिया था। डीएमएफटी मद से यह योजना धरा पर उतर आती तो प्रखंड के 25543 घरों को ...