नई दिल्ली, नवम्बर 19 -- भारतीय ऑलराउंडर और मुंबई के कप्तान शार्दुल ठाकुर ने बुधवार को कहा कि घरेलू सत्र के दौरान लाल गेंद के मैचों के बीच कुछ सीमित ओवरों के मैच खेलने से खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तरोताजा रहने में मदद मिलती है। शार्दुल ने रणजी ट्रॉफी के मौजूदा कार्यक्रम की भी सराहना की जो लगातार दूसरे सत्र में दो चरण में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने पहले इस प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता के व्यस्त कार्यक्रम की आलोचना की थी जिसमें मैचों के बीच केवल तीन दिन का अंतराल होता था।'मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है' शार्दुल ने बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई की पुडुचेरी पर पारी और 122 रन की जीत के बाद संवाददाताओं से कहा, ''इस पर हमेशा मिश्रित राय होगी लेकिन व्यक्तिगत रूप से मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। लगातार दस मैच खेलना शरीर के लिए कठिन होता है...