नई दिल्ली, सितम्बर 30 -- दिल्ली के वसंत कुंज में मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट चलाने वाले स्वामी चैतन्यानंद को लेकर कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। उन पर 17 छात्राओं से उत्पीड़न और छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह 'स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती' नाम का शख्स दशकों से अलग-अलग पहचानों में जी रहा था, जबकि वह प्रमुख धार्मिक संगठनों के साथ जुड़ा रहा। रविवार को दो महीने की तलाश के बाद गिरफ्तारी के साथ इस रहस्यमयी कहानी का एक अध्याय खत्म हुआ, लेकिन कई सवाल अभी बाकी हैं।जन्म से नाम बदलने का खेल पुलिस के मुताबिक, इस व्यक्ति का असली नाम रुद्र पार्थसार्थी है और जन्म सिलिगुड़ी, पश्चिम बंगाल में हुआ। लेकिन सालों में उसने अपना नाम बदलते हुए पहले 'रुद्र' को हटाया, फिर खुद को 'डॉ. स्वामी पार्थसार्थी' कहा और आखिरकार 'स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती...