नई दिल्ली, सितम्बर 27 -- साल 2020 में सरकार ने केंद्रीय मोटर व्हीकल नियमों (CMVR) में संशोधन करके यह प्रावधान किया था कि पैसेंजर व्हीकल को स्पेयर टायर के साथ बेचने की आवश्यकता नहीं होगी, बशर्ते कि व्हीकल में ट्यूबलेस टायर हों और उसमें टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और पंचर रिपेयर किट लगा हो। उस समय यह बात यकीन करना थोड़ा मुश्किल लगता था, लेकिन 5 साल बाद इसे धीरे-धीरे न सिर्फ प्रीमियम व्हीकल में बल्कि मुख्यधारा के व्हीकल में भी एक्सेप्टेशन मिलने लगी है। यह यूरोपीय बाजारों में सालों से चलन में है। टाटा मोटर्स ने अपनी छोटी इलेक्ट्रिक कारों जैसे पंच EV और टियागो EV के साथ-साथ अपनी प्रमुख हैरियर और सफारी पर भी इसे लागू करना शुरू कर दिया है। जबकि, मारुति ने भी फ्रोंक्स और ग्रैंड विटारा के कुछ वैरिएंट पर ऐसा ही किया है। अपने सभी वैरिएंट से ...