पाकुड़, अक्टूबर 4 -- पाकुड़। प्रतिनिधि प्राचीन काल से कालिकापुर स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की पूजा अर्चना होती चली आ रही है। यह मंदिर वर्षों से लोगों का आस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर में मत्था टेकने वाले भक्तों की मुरादें मां जरूर पूरी करती है। इस मंदिर की स्थापना 1705 ई. में राम दुर्बल मंडल ने कराई थी। इसके बाद 1952 में हरेंद्र नाथ मंडल ने इसे पूजा के लिए जनता को सौंप दिया। विजया दशमी के दिन गुरुवार को प्राचीन परंपरा से ही बड़ी मां दुर्गा की प्रतिमा को श्रद्धालु अपने कंधों में लेकर प्रतिमा का विसर्जन तालाब में किया गया।

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