सहरसा, अगस्त 4 -- सत्तर कटैया, एक संवाददाता। मंडन भारती कृषि महाविद्यालय अगवानपुर में पन्द्रह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में औषधीय एवं संगधीय खेती के बारे में जानकारी दी गई। किशनगंज के कृषि वैज्ञानिक डा. मुकुल कुमार ने कृषि उपादान विक्रेताओं को औषधीय एवं सगंधीय पौधों की खेती के बारे में जागरूक करते हुये बताया कि कैसे इन पौधों को खेतों में लगाकर आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं। उन्होंने तुलसी, अश्वगंधा, एलोवेरा, हल्दी, अदरक जैसे विभिन्न औषधीय पौधों की पहचान करवाई। प्रशिक्षण के दौरान औषधीय पौधों का महत्व एवं स्वास्थ्य लाभ सहित आर्थिक लाभ के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में बताया गया कि इन तरह की औषधीय खेती से पर्यावरण संरक्षण को भी मदद मिलता है। प्रशिक्षाणार्थियों को पारंपरिक खेती को छोड़कर नयी तकनीक से औषधीय पौधों की खेती की शुरुआत कर...