बागेश्वर, मई 6 -- विकास भवन सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत फार्म लाइवलीहुड प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि रोजमेरी सहित अन्य औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती किसानों की आर्थिकी मजबूत करने का सशक्त माध्यम बन सकती है। उन्होंने कहा कि किसान औषधीय एवं सगंध पौधों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को रोजमेरी और जड़ी-बूटी उत्पाद संवर्धन के लिए प्रोत्साहित किया। जिलाधिकारी ने जिले के उच्च हिमालयी एवं अन्य क्षेत्रों को सुगंध एवं औषधीय पौधों के उत्पादन के लिए अत्यंत अनुकूल बताया और इसे सीधे आजीविका से जोड़ने पर बल दिया। डीएम ने एरोमैटिक एवं मेडिसिन प्लांट को समय की जरूरत बताते हुए अधिक से अधिक किसानों से औषधीय एवं सुगंध पौधों के उत्पादन में आगे आने का आह्वान किया। उ...