औरैया, अप्रैल 13 -- सहार के ग्राम नरायनपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में शुक्रवार को पंचम दिन वृंदावन धाम से पधारे कथा वाचक आचार्य रामजी द्विवेदी ने कृष्ण बाल लीला, माखन चोरी व गोवर्धन पूजा के प्रसंग का कथा में वर्णन किया। उन्होंने कहा कि कृष्ण ने बृजवासियों को मूसलाधार बारिश से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएं उसकी ओट में सुखपूर्वक रहे। भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने के लिए सभी से कहा तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। इसके बाद महाराज ने श्रीकृष्ण भगवान के माखन चोरी की कथा सुनाई। कथा सुनकर प्रभु भक्त भाव विभोर हो गए। श्री कृष्ण की माखन चोरी की लीला का वर्णन करते हुए कहा कि जब श्रीकृष्ण भगवान पहली बार घर से बाहर निकले ...