प्रयागराज, अक्टूबर 23 -- प्रयागराज। अब औद्योगिक अपशिष्ट जल से भी ऊर्जा पैदा की जा सकेगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे औद्योगिक अपशिष्ट एवं दूषित जल में मौजूद हानिकारक तत्वों को निकालकर जैव ऊर्जा में बदला जा सकेगा। इस अभिनव परियोजना में सूक्ष्म हरे एवं नीले हरे शैवाल (माइक्रोएल्गी) की मदद से अपशिष्ट जल को साफ किया जाएगा। शैवाल न केवल पानी को स्वच्छ करेंगे बल्कि उसी से जैव ईंधन और कार्बन डॉट भी तैयार होगी। अद्वितीय फ्लोरोसेंट गुणों वाले कार्बन डॉट्स अपार संभावनाओं वाले नैनोमटेरियल का एक वर्ग है। यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश परिषद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (यूपीसीएसटी) ने इविवि के वनस्पति विज्ञान विभाग को सौंपा है। विभाग की वैज्ञानिक डॉ. शिवम यादव पीआई (प...