नई दिल्ली, नवम्बर 1 -- Bihar Election 2025: सीवान की सियासत एक बार फिर उसी पुराने मोड़ पर आकर खड़ी है जहां चुनावी हवा में विकास से ज्यादा नाम और निशान की चर्चा तैर रही है। लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को मैदान में उतारकर राजनीतिक समीकरणों में नई हलचल पैदा कर दी है। यह सिर्फ एक उम्मीदवार की एंट्री नहीं, बल्कि उस विरासत की वापसी भी है जिसने सीवान की राजनीति को वर्षों तक राज करता रहा। ओसामा की एंट्री के साथ ही सीवान में मुस्लिम-यादव (MY), दलित, राजपूत और अतिपिछड़ा वोट बैंक एक बार फिर केंद्र में है। 2020 के चुनाव में आरजेडी ने यहां जीत इसलिए दर्ज की थी क्योंकि एनडीए का वोट विभाजित हुआ था, लेकिन इस बार हालात बदले हैं, एलजेपी (रामविलास) की एनडीए में वापसी ने इस सीट को बेहद कड़ा मुकाबला बना दिया है। ...
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