नई दिल्ली, सितम्बर 13 -- अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले की बरसी और फिर इजरायल द्वारा संयुक्त राष्ट्र में ओसामा का नाम लिए जाने के बाद एक बार फिर से उस खतरनाक आतंकी की यादें ताजा हो गई हैं, जिसने दुनिया को सहमा कर रखा था। हालांकि बाद में अमेरिका की एक सैन्य टुकड़ी ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद के एक घर में घुस कर ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतार दिया था। पूरी दुनिया में यह घटना एक साहसिक सैन्य अभियान के तौर पर जानी जाती है। 40 मिनट तक चले इस ऑपरेशन में अमेरिकी सील कमांडोज ने अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन का खात्मा कर दिया था। भारत, जिस बात को दशकों से दुनिया के सामने रखने की कोशिश कर रहा था,एक ऑपरेशन ने उस बात पर अपनी मुहर लगा दी। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी सेना के ऊपर दुनिया भर से सवाल उठाए गए कि इतना खूंखार आतंकवादी उन...