पटना, नवम्बर 14 -- तीन साल पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांच में चार विधायकों को राजद में लाने वाले तेजस्वी यादव को बिहार चुनाव में सीमांचल ही नहीं, पूरे राज्य में तगड़ा झटका लगा है। ओवैसी ने इस बार चुनाव प्रचार में कहा था कि 4 एमएलए तोड़ने का बदला सीमांचल की 24 सीट पर लेंगे। ओवैसी ने पशुपति पारस, स्वामी प्रसाद और चंद्रशेखर आजाद के साथ गठबंधन में 25 कैंडिडेट उतारे थे। उनके 5 कैंडिडेट किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में जीते हैं और वो पांच सीटें वही हैं, जो पार्टी 2020 में जीती थी। जो चार विधायक राजद में गए थे, उनमें तीन को टिकट नहीं मिला और एक को मिला तो वो तीसरे नंबर पर चला गया। चार का बदला 24 सीट पर लेने की ओवैसी की राजनीतिक अपील का जमीन पर भी असर दिखा है। ओवैसी सीमांचल की 24 सीट की बात कर रहे थे। सीमांचल के चार जिलों की दूसर...