पटना, जून 3 -- बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक नया राजनीतिक समीकरण बन रहा है, जो राजद नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के लिए जितनी राहत ला सकता है, उतनी ही परेशानी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए बढ़ा सकता है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, तीन लेफ्ट पार्टी सीपीआई-माले, सीपीआई और सीपीएम, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के महागठबंधन में एंट्री मारने के लिए हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम तैयार है बशर्ते सीटों पर बात बन जाए। पार्टी ने 50 सीट अकेले लड़ने का प्लान बनाया है लेकिन राजद से चल रही बात बन गई तो वो कम सीटें लड़ने को तैयार है। इस गठबंधन से मुसलमानों की एकजुटता नतीजों पर असर डाल सकती है। बिहार में जातियों और पार्टियों का चुनावी समीक...