नई दिल्ली, दिसम्बर 31 -- बीतते साल देश में दबे पांव कुछ कुछ ऐसा हुआ जो सुर्खियां भले न बटोर पाया लेकिन उसने शर्तिया एक नए भारत की नींव रखी। एक ऐसा भारत जहां बेटियों के बचपन और भविष्य पर बाल विवाह की तलवार नहीं लटकी होगी। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए 27 नवंबर 2024 को जब 'बाल विवाह मुक्त भारत' अभियान की शुरुआत की थी तो शायद उसे भी यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि यह इतना सफल और प्रभावी साबित होगा। लेकिन जैसा कि एक अफ्रीकी कहावत है कि अगर दूर तक जाना है तो सबको साथ लेकर चलें। यह अभियान उसी सबक पर आगे बढ़ा। पहली बार पूरी सरकार और पूरा समाज एकजुट होकर बाल विवाह मुक्त भारत के साझा लक्ष्य के साथ आए और नागरिक समाज संगठनों ने हरावल दस्ते की भूमिका संभाली। सबसे बड़ी बात रही कि अर्से बाद हमारे नीति नियंताओं ने ब...