नई दिल्ली, जुलाई 11 -- ओडिसा पुलिस ने पिछले दिनों 444 प्रवासी मजदूरों को झारसुगड़ा क्षेत्र से संदिग्ध मानकर गिरफ्तार किया था। अब कुछ दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने के बाद इनमें से कई श्रमिकों को छोड़ दिया है। रिहा किए गए इन बंगाली भाषी प्रवासी मजदूरों ने ओडिसा पुलिस के ऊपर उन्हें परेशान करने और पिछले तीन दिनों से हिरासत केंद्रों में रखने का आरोप लगाया है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक हिरासत में लिए गए इन प्रवासी मजदूरों से पुलिस ने जन्म प्रमाण पत्र और पासपोर्ट जैसे कागजातों की मांग की। चूंकि ज्यादातर मजदूर पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों के आते हैं, ऐसे में उनके पास जन्म प्रमाण पत्र या फिर पासपोर्ट मौजूद नहीं थे। दस्तावेज न होने की स्थिति में उनकी रिहाई में और भी ज्यादा देरी हो रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने जन्म प्रमाण पत्र या पासपो...