नई दिल्ली, जून 17 -- स्लेजिंग ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का हमेशा से हथियार रही है। ग्राउंड पर विरोधी खिलाड़ियों की एकाग्रता भंग करने की रणनीति। तीखी टिप्पणियों से ध्यान भंग करने, उकसाने की रणनीति ताकि वह गलती करे। युवराज सिंह जब 19 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था तब स्टीव वॉ ने मैच के दौरान उन्हें यह कहकर चिढ़ाया था कि ओए बच्चे, उठो। ये स्कूल क्रिकेट नहीं है। उसके बाद तो युवराज ने जैसे कसम खा ली कि मैदान पर उकसावे का उससे भी करार जवाब वह बल्ले से देंगे। फिर तो आदत ही बन गई। यह खुलासा किया है युवराज के पिता जोगराज सिंह ने। युवराज सिंह अलग ही मिट्टी के हैं। उन्हें स्लेजिंग से उकसाना विरोधी टीमों को उल्टा पड़ जाता था। कौन भूल सकता है उनका स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में वो 6 छक्के। तब फ्लिंटॉफ ने उन्हें उकसाया था। युवराज ने स्लेजिं...