संभल, मई 10 -- महिला शक्ति संगठन के पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को हयातनगर में आयोजित की गई। जिसमें ऑपरेशन सिंदूर को धर्म और सम्मान की रक्षा के लिए देखते हुए खुशी मनाई। संगठन की अध्यक्ष दीपा वार्ष्णेय ने कहा कि यह केवल युद्ध नहीं आतंक के विरूद्ध न्याय है। ऑपरेशन सिंदूर अधर्म के खिलाफ धर्म युद्ध का प्रतीक है। हिंदू धर्म में सिंदूर केवल वैवाहिक प्रतीक नहीं बल्कि दिव्य स्त्री ऊर्जा का प्रतीक है। इसका अपमान असहनीय है। कई महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले भूल गए स्त्री सम्मान के लिए भारत महाभारत करने वाली सभ्यता है। यह ऑपरेशन सिर्फ प्रतिरोध नहीं बल्कि धर्म सम्मान और मानवता की विजय का अह्वान है। बैठक में खुशबू, रिचा, नेहा, ब्रजवाला, ऊषा, नीलम, ऋचा, शशि, वर्षा, अंजना, दीप्ति, विनीता, ममता, निशि, कल्पना, प्रीति, छाया आदि मौजूद रहे।

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