दरभंगा, अप्रैल 27 -- दरभंगा। हरियाणा के रेवाड़ी से आईं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मित्रा सक्सेना ने कहा कि स्त्री एवं प्रसूति रोग चिकित्सकों को मरीजों के इलाज के लिए हर विधा में निपुण होने की जरूरत है। ऑपरेशन टेबल पर मरीज की स्थिति के अनुरूप उन्हें उसकी जान बचाने के लिए त्वरित नर्णिय लेने की जरूरत है। अस्पतालों में विशेषज्ञों को एक इमरजेंसी टीम बना कर रखनी चाहिए। उन्हें विभन्नि तरह की इमरजेंसी की प्रैक्टिस मॉक ड्रिल के माध्यम से करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बढ़ते हुए सिजेरियन सेक्शन के कारण बच्चेदानी के अंदरूनी हस्सिे से चिपकने की संभावना बढ़ती जा रही है। सर्जरी के दौरान मां की जान पर अत्यधिक रक्तस्राव से खतरा होता है। इस स्थिति में हमें इंटरनल आइलियक आरटरी को बांधकर यूटरस रक्त स्राव घटा कर जान बचाने में मदद मिलती है। साथ ही अन्य विधियों जि...