इटावा औरैया, फरवरी 15 -- इटावा, संवाददाता। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की टीम ने दुर्लभ रैपुन्जेल सिंड्रोम से पीड़ित बच्ची का सफल आप्रेशन कर उसकी जान बचाई। बच्ची के पेट से ऑपरेशन करके 2 किलो बालों का गुच्छा निकाला गया । तीन वर्षीय बच्ची जिसे दुनिया में अब तक की सबसे कम उम्र की रैपुन्जेल सिंड्रोम पीड़ित बच्चों में से एक माना जा रहा है। ऑप्रेशन करने वाले पीडियाट्रिक सर्जन डॉ राफे रहमान और डॉ सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले के कर्री सैफई की रहने बाली एक तीन साल की बच्ची जो पिछले छह महीनों से पेट दर्द की समस्या से परेशान थी और चार दिनों से लगातार हरे रंग की उल्टियां कर रही थी। परिजनों ने शुरू में सामान्य परेशानी समझा। जब बच्ची की स्थिति बिगड़ने लगी तो उसे 31 जनवरी को पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में ...