मुजफ्फरपुर, मार्च 17 -- मुजफ्फरपुर। शहरवासियों के सपनों का आशियाना बनाने के लिए नक्शा निर्माण से जुड़े इंजीनियर और आर्किटेक्ट आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इनकी परेशानी का सबब नक्शा बनाने की ऑनलाइन प्रक्रिया में देरी और तकनीकी खामी है। पिछले साल अगस्त से नवंबर तक निगम से एक भी नक्शा पास नहीं हुआ। एपीई (एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग इंजीनियर्स) के मुताबिक निजी और व्यावसायिक भवनों के 300 से अधिक आवेदन लंबित पड़ने के कारण रियल एस्टेट से जुड़े कारोबार पर बुरा असर पड़ा। इनका कहना है कि अगर नक्शा पास करने में देरी न हो और तकनीकी खामियों को दुरुस्त कर दिया जाए तो उनकी समस्याएं बहुत हद तक दूर हो सकती है। नगर निगम ने दो साल पहले भवनों के नक्शा को लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की। मकसद था लोगों को घर बैठे नक्शा पास कर उपलब्ध कराने की सुविधा देना, मगर ऑनलाइन प्र...