मुजफ्फरपुर, नवम्बर 29 -- मुजफ्फरपुर। कोरोना काल में कई परिवार आर्थिक संकट के कारण दो वक्त की रोटी को मोहताज हो गए। कई परिवार के मुखिया की जान चली गई। ऐसे कठिन दौर में उन परिवार की महिलाओं ने आपदा को अवसर में बदलने की ठानी और बदला भी। आज शहर की सड़कों पर ऑटो व ई-रिक्शा चलाने वाली महिलाएं इसकी मिसाल हैं। सुबह से शाम तक सड़कों की खाक छानने वाली इन महिला चालकों के दम पर इनका परिवार आर्थिक तंगी से तो उबर चुका है, लेकिन इनकी चुनौतियां कम नहीं हैं। इनकी सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा और स्टैंड में इनके लिए शौचालय का अभाव है। इनका कहना है कि ऑटो रिक्शा स्टैंड परिसर में शौचालय और ठहरने के लिए सुरक्षित जगह मिल जाए तो वे लंबी दूरी वाले मुसाफिर को भी उनके गंतव्य तक पहुंचा सकेंगी। महिला ऑटो चालकों को सड़क पर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हाला...
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