पीटीआई, जुलाई 23 -- असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि अगर राज्य में मौजूदा जनसंख्या वृद्धि की दर जारी रही, तो वर्ष 2041 तक हिंदू और मुस्लिम समुदाय की आबादी लगभग बराबर हो सकती है। उन्होंने यह बयान बुधवार को एक कैबिनेट बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया। सरमा ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार, असम में कुल जनसंख्या का 34 प्रतिशत हिस्सा मुसलमानों का था, जिनमें से 31 प्रतिशत मुस्लिम वे हैं जो असम में बाहर से आकर बसे हैं, जबकि सिर्फ तीन प्रतिशत मुसलमान असम के मूल निवासी हैं।मुस्लिम आबादी में हो रही वृद्धि पर चिंता मुख्यमंत्री ने बताया कि यदि पिछले दशकों के जनगणना आंकड़ों के आधार पर जनसंख्या का विश्लेषण किया जाए, तो यह साफ़ दिखता है कि राज्य में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ रही है और अगर यही रफ्तार ब...